Burka ban : भारत में काफी समय से हिजाब को लेकर बहस चल रही है, वहीँ ईरान में महिलाएं बुर्के के खिलाफ प्रदर्शन कर रही है. भारत में बताया जा रहा है की महिलाएं खुद हिजाब पहनना चाहती है, जबकि ईरान में महिलाएं हिजाब और बुर्के के खिलाफ सडको पर उतर आई है. लेकिन इसी बीच एक देश ऐसा भी है जिसने बुर्के को बैन करने के लिए कदम उठा लिया है.
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इरान में कुछ समय से बुके के खिलाफ प्रदर्शन चल रहा है जिसमे कई लोग तो अपनी जान भी गवां चुके है. ऐसे में स्विट्जरलैंड की सरकार ने एक क़ानूनी मसौदा तैयार किया है जिसमे बुर्के को बैन करने का निर्णय लिया गया है. इसके आलावा इस नियम को तोड़ने पर 1000 स्विस फ्रेंक(82 हजार रुपए) का जुरमाना भी तय किया है.
स्विट्जरलैंड में बुरका बैन : Burka ban
Burka ban : बुधवार को संसद में पेश बिल में बुर्के को बैन करने की बात पर जोर दिया गया था. इसका उद्देश्य सार्वजनिक सुरक्षा व्यवस्था पुख्ता करना है. चाहे बिल में हिजाब या बुर्के का जिक्र ना हो लेकिन सार्वजनिक क्षेत्र में चेहरा ढकने की परिभाषा इसी रूप में की जा सकती है. कुछ लोगो ने इसे इस्लामोफोबिक बताया है, लेकिन स्विट्जरलैंड की सरकार अपने नागरिकों की सुरक्षा को लेकर सचेत है.
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ज्ञात रहे की दुनिया भर में कई बार बुरका पहन कर आंतकी घटनाओं को अंजाम दिया जा चूका है. ऐसे में दुनिया भर में हिजाब और बुर्के के खिलाफ जनमत बन रहा है. ऐसे में बुरका बैन जायज ठहराया जा रहा है.
क्या कहा गया सरकार की ओर से : Burka ban
Burka ban : सरकार ने बुर्के बैन के अपने कदम को जायज ठहराया है, और कहा गया है की हमने सिर्फ मजहब विशेष के परिधान को बैन नहीं किया है. बल्कि सार्वजनिक क्षेत्र में किसी भी तरह से चेहरे को ढंकने पर प्रतिबंध लगाया है, ताकी सार्वजनिक स्थल पर अपने नागरिकों की सुरक्षा पुख्ता की जा सके.
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आपको बता दें की चेहरे ढंकने पर बैन लगाने की मांग दक्षिणपंथी स्विस पीपुल्स पार्टी के द्वारा की गई थी. जिस पर अमल करते हुए ये कदम उठाया गया है.